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पीएम मोदी की सफ़ाई के बावजूद बीजेपी प्रत्याशी संविधान बदलने के लिए माँग रहे हैं चार सौ पार सीटें

 15 Apr 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान बदलने की मंशा रखने के विपक्ष के आरोप को नकार दिया है लेकिन तमाम बीजेपी प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान जनता से यही वादा कर रहे हैं। उनका कहना है कि बीजेपी को चार सौ सीटें इसलिए चाहिए क्योंकि तभी संविधान बदला जा सकता है। मेरठ के प्रत्याशी अरुण गोविल ने हाल ही में संविधान बदलने की बात की है। इसी मुद्दे पर राजस्थान से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा और अयोध्या से प्रत्याशी लल्लू सिंह के वीडियो वायरल हैं। हालाँकि संविधान बदलने की बात करने वाले कर्नाटक से बीजेपी सांसद अनंत हेगड़े को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है।


संविधान बदलने पर प्रधानमंत्री मोदी की सफ़ाई

ज़ाहिर है, विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है।  प्रधानमंत्री मोदी ने सफ़ाई दी है कि भाजपा का संविधान को बदलने का कोई इरादा नहीं है।उन्होंने यहाँ तक कहा कि अगर आज भीमराव अंबेडकर जिंदा होते तो वो भी भारत के संविधान को बदल नहीं पाते। ये अलग बात है कि 14 अप्रैल यानी डॉ.आंबेडकर के जन्मदिन पर ही दिया गया भाजपा के अयोध्या से प्रत्याशी लल्लू सिंह का एक बयान वायरल हो रहा है जिसमें वे कहते हैं, “सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए, लेकिन संविधान को बदलने या उसमें संशोधन करने के लिए हमें दो-तिहाई बहुमत चाहिए।” 



भाजपा ने लल्लू सिंह को अयोध्या से तीसरी बार टिकट दिया है। आयोध्या में लल्लू सिंह एक मज़बूत प्रत्याशी के रूप में जाने जाते हैं। लल्लू सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी नेता मित्रसेन यादव को हराया था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी नेता आनंद सेन यादव को लगभग 65 हज़ार वोटों से हराया था। 


इधर, मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल ने संविधान बदले जाने को लेकर कहा है कि बदलाव प्रकृति का नियम है। उन्होंने कहा कि जब हमारा संविधान बना था, तब से अब तक वक़्त-वक़्त पर बदलाव होते आये हैं, इसमें कोई ग़लत बात है भी नहीं क्योंकि परिस्थितियां भी बदली हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में बदलाव किसी एक व्यक्ति की मर्ज़ी से तो होता नहीं है, इसमें सभी की सर्वसम्मति चाहिये होती है। जब अरुण गोविल से पूछा गया कि क्या भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के 400 पार का मक़सद संविधान बदलना है? तो  अरुण गोविल ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे ही कोई बात नहीं कहते हैं, उनकी हर एक बात के पीछे कोई ना कोई उद्देश्य जरूर रहता है।


लल्लू सिंह के बयान पर जमकर बरसा विपक्ष

लल्लू सिंह के संविधान बदलने को लेकर दिये गये बयान पर विपक्ष ने भाजपा को जमकर घेरा है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ा समाज मिलकर भाजपा को हार का चेहरा दिखायेंगे, क्योंकि भाजपा संविधान बदलकर इनको दिये आरक्षण को छीनना चाहती है। भाजपा जनता की सेवा या कल्याण के लिए नहीं बल्कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी द्वारा बनाये गये संविधान को बदलने के लिए जीतना चाहती है। सदियों से 4 से 5 फ़ीसदी प्रभुत्ववादी सोच के लोग 90-95 फ़ीसदी लोगों को अपना ग़ुलाम बनाये रखना चाहते हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग को ऐसे लोगों का तुरंत संज्ञान लेना चाहिये क्योंकि संविधान को मूलभूत रूप से बदलने को लेकर की जाने वाली बात के अलावा और क्या ही बड़ा लोकतांत्रिक उल्लंघन हो सकता है। जनता जानना चाहती है कि हमारे अधिकारों के खात्में की साज़िश करना क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।अखिलेश ने नारा दिया- भाजपा हटाओं, संविधान बचाओ। भाजपा हटाओ, आरक्षण बचाओ।’

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा, ‘देश के 85 फ़ीसदी वंचितों, शोषितों, और पिछड़ों सावधान हो जाओ, अब ये साफ़ हो गया है कि भाजपा संविधान को ख़त्म कर आरक्षण को भी ख़त्म करना चाहती है।’

कांग्रेस के मीडिया और प्रचार के प्रमुख़ पवन खेड़ा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी जी कहते है कि स्वयं आंबेडकर भी आ जायें तो भी संविधान नहीं बदल सकते, लेकिन भाजपा के नेता तो संविधान को बदलने के 400 पार का नारा दे रहे हैं।’ खेड़ा ने तंज़़ कसते हुए पूछा है कि क्या मोदीजी इन नेताओं को दिल से माफ़ कर पायेंगे?